Ved Tujha Virah Lyrics in Marathi
जीव उतावीळ अधीर
तुझ्याविणा राहीना…
आज तुझ्यातचं विरघळू दे ना
मिठीत तू घेना
अनवट उरी आग ही
तगमग अशी लावते
उधळूनी मी टाकले
तन मन ये ना….
वेड तुझा विरह वणवा…
वेड तुझा प्रणय हळवा…
वेड तुझे या जगण्याचा सूर झालेला…
नकळत देहातली थरथर जागते
अन् तव श्वासातला परिमळ मागते
जडले हळवेसे मन होई लाजरे
नयनी फुललेले सुख होई साजरे
अनवट उरी आग ही
तगमग अशी लावते
उधळूनी मी टाकले
तन मन ये ना….
वेड तुझा विरह वणवा…
वेड तुझा प्रणय हळवा…
वेड तुझे या जगण्याचा सूर झालेला…
Ved Tujha Virah Lyrics in Hindi
जीव अधीर अधीर
आपके बिना…
इसे आज अपने अंदर न पिघलने दें
आपको गले लगाना
उनावत उरी आग हि
फिर इसे ऐसे लगाएं
मैंने इसे दूर फेंक दिया
शरीर की परवाह मत करो।
अपना पागलपन जाने दो…
क्रेजी टच योर रोमांस…
इस जिंदगी के दीवाने हो तुम…
शरीर में एक बेहोशी कांप उठती है
और तवा साँसों में महक माँगता है
जड़े हलवेसे मन होइ लजारे
नयनी की खिलखिलाती खुशियां मनाएं
उनावत उरी आग हि
फिर इसे ऐसे लगाएं
मैंने इसे दूर फेंक दिया
शरीर की परवाह मत करो।
अपना पागलपन जाने दो…
क्रेजी टच योर रोमांस…
इस जिंदगी के दीवाने हो तुम…
हेल्लो दोस्तों मेरा नाम अर्जुन सिंह है. मै अभी बीकॉम से ग्रेजुएशन कर रहा हूं। मुझे वेबसाइट पर आर्टिकल लिखना और शेयर करना बहुत पसंद है। मुझे जितनी भी नॉलेज है वो आपके साथ हमेशा साझा करता रहूंगा। मेरे ब्लॉग पर आने के लिए आपका धन्यवाद!