आयकर अधिनियम 1961 क्या है in Hindi? – क्या आयकर अधिनियम 1961 के तहत कर के लिए निर्धारित किया गया है?

नमस्कार दोस्तों आपका हमारे ब्लॉग “ OnlineSujhav.in” मे हार्दिक स्वागत है | आज के हमारे आर्टिकल का नाम है “ आयकर अधिनियम 1961 क्या है in Hindi? ” जानिए इसकी पूरी history की 1961 एक्ट केसे ओर कब लागु हुआ | तो चलिए हम इसकी पूरी history जानने से पहले हम income tax क्या है ओर भी कुछ पॉइंट जान लेना आवश्यक है ..

 आयकर अधिनियम 1961 क्या है in Hindi?
                            आयकर अधिनियम 1961 क्या है in Hindi?

 

 

Income Tax : 

  • आयकर वह कर है जो सरकार लोगो की आय पर आय मे से लेती है 
  • According to law all व्यवसाय ओर व्यक्ति tax देने के लिए पात्र है 
  • सभी  को हर साल एक return फाइल करना होता है |

Income : 

 
किसी भी  व्यक्ति को आय बहुत सारे source से होती है जेसे की : salary , rent , crossword puzzles , लाटरी , ताश के खेल ,अदि बहुत से एसे source है जहा से एक व्यक्ति को आय प्राप्त होती है ओर उस आय पर प्रत्येक व्यक्ति को कर चुकाना पड़ता है उस कर को ही ” income tax ” कहा जाता है | 
 

Tax के प्रकार 

 आयकर अधिनियम 1961 क्या है in Hindi?
 
1. प्रत्यक्ष कर ( Direct Tax )
2. अप्रत्यक्ष कर  ( Incdirect Tax )
 
 

1. प्रत्यक्ष कर ( Direct Tax ):  

जिसका भार उसी व्यक्ति को वहन करना पड़ता है जिस पर यह कर लगाया जाता है |    जेसे की : आय कर 
 
 

2.  अप्रत्यक्ष कर  ( Incdirect Tax ) 

इस कर का भुगता यधपि उसी व्यक्ति द्वारा किया जाता है | जिस पर इसे लगाया जाता है परन्तु वह ऐसे कर को वस्तु एव सेवाओं के उपभोग करने वाले व्यक्ति से वसूल कर लेता है |
 
जेसे की : GST (गुड्स & सर्विस कर , SERVICE TAX , SALES TAX , 
 

प्रशन ? : क्या आयकर अधिनियम 1961 के तहत कर के लिए निर्धारित किया गया है?

 

INCOME TAX 1961 ACT FULL HISTORY :

 
 आयकर अधिनियम 1961 क्या है in Hindi?



  • इंडिया मे सर्वप्रथम 1860 मे सर जेस्म्स विल्सन के द्वारा आय – कर( Income Tax )  लगाया गया था 
  • 1857 के सेनिक विद्रोह के कारण तत्कालीन ब्रिटिश सरकार को हुई आर्थिक हानियों को पूरा करने के लिए लगाया गया था 
  • 1860 मे आय की कर मुक्त सीमा 200 रुपए वार्षिक थी जो 1862 मे बढ़कर 600 रुपए की गई थी 
  • सन 1860 मे पहली बार Income Tax Comprehensive Act पास किया गया था 
  • सन 1916 मे पहली बार आय कर की प्रगतिशील दरे लागु की थी 
  • 1886 के अधिनयम मे समय समय पर आवश्यक संशोधन किये गए एवम यह अधिनियम 1917 तक चलता रहा 
  • सन 1918 मे 1886 के अधिनयम के स्थान पर एक नया अधिनयम पास किया गया था , इस अधिनयम की यह विशेषता थी की चालू वर्ष की आय पर उसी वर्ष मे कर निर्धारण करना था 
  • 1918 का Act effective only for 4 years मे रहा 
  • सन 1922 मे 1918 अधिनयम के स्थान पर एक नया अधिनयम आया , इस अधिनयम की यह विशेषता थी की चालू वर्ष के सिधांत को समाप्त करके गत वर्ष के levy of tax किया गया 
  • इस अधिनयम मे भी समय समय पर संशोधन होते रहे 
  • 1939 मे किये गए संशोधन विशेष रूप से महत्वपूर्ण थे 
  • 1956  को भारत सरकार ने इस अधिनयम को ” LAW COMMISSION ” को सुपर्द कर दिया 
  • LAW COMMISSION ने अपनी रिपोर्ट सितम्बर 1958 मे पेश की 
  • इसी दोरान करदाताओ की कठिनियो को दूर करने के लिए तथा कर चोरी रोकने के समभंद मे सुझाव देने के लिए सरकार ने ” Direct Taxes Admisnitration Enquiry Committee ” की नियुक्ति की 
  • Direct Taxes Admisnitration Enquiry Committee ने अपनी रिपोर्ट 1959 मे पेश की 
  • इस स मय तक सरकार ने New Act to replace this Act बनाने के बारे मे सोचने लगी 
  • Direct Taxes Admisnitration Enquiry Committee की रिपोर्ट एव  LAW COMMISSION की रिपोर्ट के आधार पर 24 अप्रैल 1961 को यह बिल ( Income Tax Bill 1961) लोकसभा मे पेश किया गया 
  • सितम्बर 1961 मे वर्तमान आय – कर अधिनयम लोकसभा द्वारा पास कर दिया गया |
  • इस अधिनयम मे 298 धारए एव 14 अनुसूचिया है 

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